Gehu Gyan : गेहूं की फसल में सबसे बड़ा खतरा अगर किसी चीज़ से होता है, तो वह है चौड़ी पत्ती वाली खरपतवार। ये खरपतवार शुरू में मामूली दिखती है, लेकिन कुछ ही दिनों में पोषक तत्व खींचकर पूरी फसल को कमजोर कर देती है। कई किसान हार मान लेते हैं, लेकिन अच्छी बात यह है कि सही समय पर सही फार्मूला अपनाकर इन खरपतवारों को जड़ से खत्म किया जा सकता है। किसानों के लिए यह खबर इसलिए भी जरूरी है क्योंकि इस साल मौसम में लगातार बदलाव के कारण खेत में खरपतवार तेजी से फैल रही है और उपज पर सीधा असर पड़ रहा है।
किसान टेक द्वारा बताए गए इस फार्मूले में सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इसे न सिर्फ आसान तरीके से इस्तेमाल किया जा सकता है, बल्कि इसके असर से फसल को कोई नुकसान भी नहीं होता। इस फार्मूले को अपनाने से खेत में उग रही चौड़ी पत्ती वाली खरपतवार 7–10 दिनों में सूखकर खत्म हो जाती है और गेहूं का पौधा तेजी से बढ़ने लगता है। यही कारण है कि बड़े किसान इसे सीजन की शुरुआत में ही अपनाते हैं ताकि फसल बिना रुकावट अच्छी तरह तैयार हो सके।
कैसे पहचानें चौड़ी पत्ती वाली खरपतवार?
अगर आपके खेत में खेतू, शिंजी, बथुआ, हिरनखुरी, अखुआ, खटुआ या ऐसी अन्य चौड़ी पत्ती वाली घास उभर रही है, तो समझ लीजिए कि ये गेहूं की फसल को कमजोर कर रही हैं। ये खरपतवार गेहूं की जड़ों के आसपास पोषक तत्वों को खींच लेती हैं और यही वजह है कि खेत कमजोर पड़ जाता है। इन्हें जितनी जल्दी हटाया जाए, उतना अच्छा।
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इन दो दवाइयों से जड़ से खत्म होंगे चौड़ी पत्ती वाले खरपतवार
विशेषज्ञों के अनुसार गेहूं में चौड़ी पत्ती वाली खरपतवार को खत्म करने के लिए मुख्य रूप से दो केमिकल सबसे ज्यादा असरदार माने जाते हैं:
2,4-D Sodium Salt / Amine Salt
यह दवा गेहूं की फसल को बिना नुकसान पहुंचाए चौड़ी पत्ती वाली खरपतवार को पूरी तरह जला देती है। इसे 30–35 दिन की फसल पर स्प्रे किया जाता है।
Metsulfuron Methyl 20% WP
यह आधुनिक और तेज असर वाली दवा है। यह दवा 7–8 दिनों में खरपतवार को जड़ से सुखा देती है। इसे 25–30 दिन की फसल पर 8 ग्राम प्रति एकड़ के हिसाब से छिड़काव किया जाता है।
जिन किसानों ने इसे इस्तेमाल किया है, उनका कहना है कि दवा छिड़कने के बाद फसल में तेजी से नई ताजगी आती है और पौधे हरे-भरे दिखने लगते हैं। यानी कुल मिलाकर फसल की ग्रोथ काफी तेजी से होती है। क्योंकि गेहूं की फसल में खरपतवार का नियंत्रण पूरी तरीके से हो जाता है।
स्प्रे कब और कैसे करें?
स्प्रे का सही तरीका अपनाना जरूरी है, नहीं तो दवा का असर कम हो जाता है।
- खेत में नमी होनी चाहिए ताकि दवा अच्छे से काम करे।
- हवा तेज न हो, वरना स्प्रे उड़कर दूसरे पौधों को नुकसान पहुंचा सकता है।
- 150–160 लीटर पानी प्रति एकड़ में दवा मिलाकर छिड़काव करें।
- नोजल फ्लैट फैन वाला रखें ताकि दवा सही तरीके से पत्तों पर बैठ सके।
खरपतवार खत्म होने के बाद क्या करें?
दवा छिड़कने के 10–12 दिन बाद खेत में उर्वरक डालें तो फसल और तेजी से बढ़ती है। इस समय 1–1.5 बैग DAP या 1 बैग यूरिया का प्रयोग बहुत अच्छा परिणाम देता है। इससे गेहूं की जड़ें मजबूत होती हैं और बालियां मोटी बनने लगती हैं।
किसानों को क्या फायदा होगा?
इस फार्मूले का सबसे बड़ा फायदा यह है कि गेहूं की फसल स्वस्थ रहती है और पौधे तेजी से बढ़ते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि जो किसान समय पर खरपतवार नियंत्रण कर लेते हैं उन्हें प्रति बीघा 2–3 क्विंटल तक ज्यादा उपज मिलती है। खासकर इस साल जैसे मौसम में, यह फार्मूला एकदम गेम-चेंजर साबित हो सकता है।